युद्ध के मोर्चे पर यूक्रेन में खेरसोन पहुंचे पुतिन
मास्को । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहली बार यूक्रेन से युद्ध के सबसे करीबी मोर्चे पर अचानक से पहुंचे। पूर्वी यूक्रेन के इस दौरे पर पुतिन के साथ उनका परमाणु ब्रीफकेस भी नजर आया, जिससे वह पूरी दुनिया में कहीं भी न्यूक्लियर हमला कर सकते हैं। 70 साल के पुतिन यह कदम ऐसे समय पर उठाया, जब उन्होंने अपने परमाणु हथियार गिराने में सक्षम दो टीयू-95एमएस बॉम्बर को देश के पूर्वी मोर्चे पर भेजा था। रूस ने अचानक से एक युद्धाभ्यास शुरू किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुतिन यूक्रेन के खेरसोन शहर में एक हेलिकॉप्टर से पहुंचे थे। इस दौरान जब वह हेलिकॉप्टर से उतर रहे थे, तब उनके साथ यह न्यूक्लियर ब्रीफकेस नजर आया। खेरसोन में रूसी राष्ट्रपति का एक सैन्य ठिकाने पर स्वागत किया गया। पुतिन जब अपने सैन्य कमांडरों से मिल रहे थे, उस समय उनके साथ चल रहा सहयोगी परमाणु ब्रीफकेस लिया हुआ था। रूसी परमाणु हथियारों को नियंत्रित करने वाला यह ब्रीफकेस काले रंग का है। इसकी तुलना अक्सर अमेरिकी राष्ट्रपति के न्यूक्लियर फुटबॉल से की जाती है।
रूसी परमाणु ब्रीफकेस का नाम चेगेट है और इसे 24 घंटे हथियारबंद सुरक्षा गार्डों की निगरानी में रखा जाता है। इसको खोलने के लिए खास कोड का इस्तेमाल किया जाता है। चेगेट को 1980 के शुरुआती दशक में विकसित किया गया था और पहली बार उसे साल 2019 में देखा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस ब्रीफकेस के यूक्रेन में दिखाई देने के बाद यह डर और बढ़ गया कि कहीं पुतिन अपनी जीत दिखाने के लिए बहुत हताश हैं।
वहीं रूस के दो परमाणु बॉम्बर जापान के पास समुद्र में दिखाई दिए हैं, जो युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने पहुंचे थे। माना जा रहा है कि रूस ने अपनी परमाणु ताकत का प्रदर्शन किया है। रूसी राष्ट्रपति खेरसोन में ऐसे समय पर पहुंचे हैं, जब ऐसी आशंका जताई जा रहा है कि यूक्रेन की सेना बड़ा हमला कर सकती है। खेरसोन में बहुत बड़े पैमाने पर रूसी सेना मौजूद है। ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन के पूर्वी इलाके में भीषण युद्ध जारी है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब पुतिन यूक्रेन के लुहांस्क और खेरसोन दोनों ही इलाकों में पहुंचे हैं, जिन पर रूस अपना दावा करता है।