श्रीलंका के पीएम कार्यालय पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा
श्रीलंका इन दिनों एतिहासिक आर्थिक संकट से जूझ रहा है। यहां के राष्ट्रपति भवन पर जनता ने कब्जा जमा लिया है। इस बीच खबर है कि राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे आज सुबह कोलंबो से मालदीव भाग निकले हैं। वायुसेना के विशेष विमान से वह अपनी पत्नी व दो अंगरक्षकों के साथ मुल्क से फरार हो गए हैं। आज गोतबाया को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा भी देना था। राष्ट्रपति के देश छोड़ने की खबरों से प्रदर्शनकारी फिर से भड़क गए हैं। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने संसद व प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच गए हैं। सेना व प्रदर्शनकारी आमने-सामने हैं। इस बीच श्रीलंका में आपातकाल लागू कर दिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया है। प्रदर्शनकारी परिसर के अंदर घुस गए हैं और कार्यालय की छत पर श्रीलंका का झंडा लहरा रहे हैं। बेकाबू होते हालातों के बीच संसद के स्पीकर ने बताया कि राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे आज अपना इस्तीफा देंगे। उन्होंने बताया नया राष्ट्रपति 20 जुलाई को चुना जाएगा। देश का भविष्य अधर में लटक गया है। इस बीच प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। बड़ी संख्या में पुलिस और सेना के जवानों को तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारियों पर लगातार आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं।गोतबाया राजपक्षे के देश छोड़ने के बाद रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका का कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया है। अब विपक्ष ने इस पर सवाल खड़े किए गए हैं। श्रीलंका में विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने कहा, प्रधानमंत्री तभी कार्यवाहक राष्ट्रपति बनते हैं जब राष्ट्रपति उन्हें नियुक्त करते हैं और उनका कार्यालय खाली हो जाता है। इसके अलावा संसद के परामर्श पर मुख्य न्यायाधीश पीएम को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त करते हैं। इनके बिना, पीएम राष्ट्रपति की शक्ति का प्रयोग नहीं कर सकते और कर्फ्यू की घोषणा नहीं कर सकते।