LIC ने जियो फाइनेंशियल में ली हिस्सेदारी....
लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की फाइनेंशियल यूनिट जियो फाइनेंशियल सर्विसेज में 6.66 प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल कर ली है. जियो फाइनेंशियल के शेयर की सोमवार को ही बीएसई और एनएसई पर लिस्टिंग हुई है. सोमवार की लिस्टिंग के बाद से इस शेयर में लगातार गिरावट का सिलसिला चल रहा है.
लगातार दो दिन लगा लोअर सर्किट
दोनों कारोबारी दिन सोमवार और मंगलवार को जियो फाइनेंशियल के शेयर में लोअर सर्किट लग गया है. एलआईसी की तरफ से कहा गया कि 19 जुलाई को कंपनी के नोटिस के आधार पर एनबीएफसी के डी-मर्जर के जरिये किए गए टेकओवर की लागत रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्व-डीमर्जर लागत का 4.68 प्रतिशत है.
मार्केट कैप में गिरावट
सोमवार को इस शेयर को 265 रुपये पर लिस्टेड किया गया था, जो कि कंपनी इसके अलग होने की तिथि 20 जुलाई को इसके डिराइव्ड प्राइस 261.85 रुपये से 1 प्रतिशत से अधिक का मामूली प्रीमियम है. ट्रेडिंग शुरू होने पर जेएफएसएल का मार्केट कैप 1.68 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.6 लाख करोड़ रुपये से भी कम हो गया था.
इंट्रा-डे ट्रेडिंग की अनुमति नहीं
जेएफएस शेयर को बीएसई पर 'टी' ग्रुप की प्रतिभूतियों में लेनदेन की अनुमति है. यानी स्टॉक में इंट्रा-डे ट्रेडिंग की अनुमति नहीं है. लिस्टिंग के दूसरे दिन मंगलवार को बीएसई पर जेएफएसएल का शेयर 5 फीसदी गिरकर 239.20 रुपये पर पहुंच गया. जियो फाइनेंशियल के शेयर के बारे में जानकारों का कहना है कि अभी मुनाफावसूली के कारण इस शेयर में गिरावट देखी जा रही है. आने वाले समय में शेयर की कीमत में तेजी आ सकती है.
यदि कोई रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस शेयर को लेने का मन बना रहा है तो उसे इसमें लॉन्ग टर्म के हिसाब से निवेश करना होगा. लंबी अवधि में इस शेयर के फायदा देकर जाने की उम्मीद है.