राजगढ़ ।   लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। बीते दिन दिल्ली में हुई सीईसी की बैठक में कई दिग्गज नेताओं को चुनाव लड़ाने को लेकर चर्चा हुई है। राजगढ़ लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का नाम लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि, कांग्रेस की ओर से अब तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन बीती रात दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने नाम फाइनल होने पर जमकर आतिश्बाजी की और जश्न मनाया। इस दौरान राजगढ़ के पूर्व विधायक बापू सिंह तंवर भी शामिल थे। बापू सिंह ने ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के राजगढ़ से चुनाव लड़ने की बात कही है। सिंह ने कहा कि  दिग्विजय सिंह का राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना तय है उनका टिकट फाइनल हो गया है। इसी खुशी में हम कांग्रेस कार्यालय में एकत्रित होकर जश्न मना रहे है। निश्चित रूप से हम चुनाव जीतेंगे।

राजगढ़ माना जाता है दिग्विजय सिंह का गढ़

गौरतलब है की राजगढ़ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता रहा है। वे 1984 से 1994 तक यहां से सांसद रहे हैं। लेकिन, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में उनका यह तिलिस्म टूटता हुआ नजर आया। राजगढ़ लोकसभा में लगने वाली 8 विधानसभाओं में से 6 पर भाजपा का कब्जा है, जिसमें राजगढ़ जिले की 5 विधानसभा, नरसिंहगढ़, ब्यावरा, राजगढ़, खिलचीपुर और सारंगपुर और गुना जिले की चाचौड़ा विधानसभा का नाम शामिल है। गुना जिले की राघौगढ़ और आगर जिले की सुसनेर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है।

भाजपा से नागर हैं प्रत्याशी

भाजपा के वर्तमान सांसद और प्रत्याशी रोडमल नागर तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं, जो 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के तत्कालीन सांसद नारायण सिंह आमलाबे और 2019 में कांग्रेस के प्रत्याशी मोना सुस्तानि को हरा चुके हैं। हालांकि, मोना सुस्तानी अब भाजपा में शामिल हो गई हैं।