तेलअवीव । ईरान ने 13 अप्रैल की रात इजरायल पर हमला करने से पहले अपने प्रमुख शहरों की इमारतों पर हाइपरसोनिक हथियार की होर्डिंग्स लगाई थीं। जिसमें लिखा था 400 सेकेंड में तेल अवीव। यानी मिसाइल अगर ईरान से लांच की जाए, तब तेल अवीव तक सिर्फ 400 सेकेंड में पहुंच जाएगी। यानी करीब साढ़े 6 मिनट में। इस मिसाइल का नाम है फतह है। यह मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है। 1400 किलोमीटर रेंज है। इसकी गति आवाज की स्पीड से 15 गुना ज्यादा है। यानी 17.9 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा। इस गति की मिसाइल को इजरायल ट्रैक तब कर सकता है लेकिन उसका एयर डिफेंस सिस्टम इस मिसाइल सिस्टम रोक पाएगा या नहीं इस पर दुविधा थी। लेकिन इसकी पुष्टि 13 अप्रैल को हुए ईरानी हमले में हो गई।  
पहले पूरी दुनिया को लगा था कि इजरायल का आयरन डोम और अन्य एयर डिफेंस सिस्टम सात ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल को नहीं रोक पाए। असल में वे फतह हाइपरसोनिक मिसाइलें थीं। जिसे इजरायल का कोई भी एयर डिफेंस सिस्टम नहीं रोक पाया। यही सात मिसाइलें इजरायल के नेवातिम एयरबेस पर गिरीं। 
मॉस्को के मिलिट्री जानकार व्लादिस्लाव शुरिगिन ने बताया कि ईरान ने रात में किया गया हमला कई लहर में किया है। ईरान की मिसाइलों की रेंज और स्पीड बहुत ज्यादा नहीं है। इसके लिए पहले उन्होंने शाहेद ड्रोन और रॉकेट्स से हमला किया। इसके बाद सबसोनिक क्रूज मिसाइलों से हमला किया। फिर फतह हाइपरसोनिक मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। 
ड्रोन और रॉकेट्स ने इजरायल पर लगभग एक साथ हमला किया। ये पहला शॉकवेव था। ठीक तभी इजरायली डिफेंस फोर्सेस, अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक युद्धपोत और इजरायली आयरन डोम ने इस हमले को रोकने के लिए जरूरी प्रयास किए। लेकिन इसके बावजूद भी ईरानी हाइपरसोनिक मिसाइलों ने इजरायल के रक्षा कवच को भेद दिया। 
फतह मीडियम रेंज की हाइपरसोनिक मिसाइल है। इसमें 350 से 450 किलोग्राम का वॉरहेड लगाया जाता है। सॉलिड फ्यूल इंजन से उड़ान भरती है। इसकी रेंज 1400 किलोमीटर है। इसकी खास बात है इसकी मैन्यूवरिबिलिटी। यहा किसी भी दिशा में कभी भी मोड़ी जा सकती है। यानी दुश्मन टारगेट चाहकर भी भाग नहीं सकता। यह मिसाइल आसानी से किसी भी राडार की नजर में भी नहीं आती।