प्रयागराज। प्रीमियम ट्रेन वंदे भारत को जरुरत के मुताबिक सवारियां नहीं मिल रहीं है। जो गिने चुने लोग इसमें सफर करते हैं वे इसकी सेवाओं से संतुष्ट नहीं हैं। यहां आए दिन खाने में कीड़े, कॉकरोच और छिपकलियां मिलने की खबरें आ रहीं हैं। मात्र तीन माह के अंतराल में वाराणसी से नई दिल्ली जा रही वंदे भारत (22415) के अंदर फिर से खाने में कीड़ा मिला है। ट्रेन के अंदर कैटरिंग द्वारा यात्री को परोसे गए खाने में कीड़ा मिलने पर यात्री ने शिकायत परिवाद पुस्तिका में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। 
पहले भी एक सितंबर को भी इसी वंदे भारत में यात्री ने नाश्ते में आमलेट मांगा था और जब उसने आमलेट खाना शुरू किया तो उसमें काकरोच नजर आया था। इससे पहले आगरा हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत, शिरडी से मुंबई जा रही वंदे भारत में भी खाने में काकरोच मिल चुका है। आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैंटरिंग टूरिज्म) ने इसका संज्ञान लेते हुए ठेकेदार पर खराब गुणवत्ता का खाना परोसने के लिए जुर्माना लगाया है। वंदे भारत में भोजन का ठेका दिल्ली की आरके एसोसिएट्स के पास है।विकास कुमार नाम के यात्री को प्रयागराज से नई दिल्ली जाना था। वह कोच संख्या - सी तीन के सीट नंबर 25 पर यात्रा कर रहे थे। उनकी सीट पर ही कैटरिंग द्वारा भोजन परोसा गया। जब उन्होंने खाना शुरू किया तो अचानक सब्जी में उन्हें कीड़ा दिखा। यात्री ने इसकी शिकायत की तो आसपास बैठे यात्रियों ने भी सब्जी में कीड़ा देखकर अपना नाश्ता व भोजन चेक किया और देखते ही देखते हंगामा मच गया। आनन फानन टीटीई व आइआरसीटीसी के स्टाफ ने यात्री विकास को समझाने बुझाने की कोशिश की। विवाद बढ़ता देख विकास की शिकायत दर्ज कर ली गई।