भोपाल : ट्रांसमिशन सिस्टम में एम.पी. ट्रांस्को द्वारा किये गये विभिन्न नवाचारों, सुधारों और अपनायी गई अत्याधुनिक तकनीकों में आंध्रप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने रूचि दिखाई है। पहली बार किन्ही दो प्रदेशों के बीच ट्रांसमिशन सिस्टम की बेहतरी के लिये उच्चस्तरीय वार्ता हुई है। एम.पी. ट्रांस्को और आंध्रप्रदेश ट्रांस्को के मध्य विगत दिवस वीडियो कांफ्रेंसिंग में ट्रांसमिशन सिस्टम को लेकर विमर्श हुआ। इसमें सूचनाओं एवं एक-दूसरे के अनुभवों का आदान-प्रदान हुआ।

ट्रांसमिशन लाइनों की ड्रोन पेट्रोलिंग में दिखाई रूचि

बैठक में मध्यप्रदेश ट्रांस्को द्वारा किये जा रहे विभिन्न नवाचारों और सुधारों में आंध्रप्रदेश ट्रांस्को ने रूचि दिखाई। ट्रांसमिशन लाइनों की पेट्रोलिंग के लिये उपयोग किये जा रहे ड्रोन प्रणाली को मुख्य अभियंता श्री संदीप गायकवाड़ ने विस्तार से समझाया। आंध्रप्रदेश के अधिकारियों ने इसे अपने सिस्टम में भी लागू करने के लिये आवश्यक सहयोग एम.पी. ट्रांस्को से चाहा।

एस.एल.डी.सी. के नवाचारों को समझा

देश के सर्वश्रेष्ठ लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर की कार्यप्रणाली में भी आंध्रप्रदेश ट्रांस्को ने खासी दिलचस्पी दिखाई। इसकी मॉनीटरिंग, नवकरणीय ऊर्जा का ग्रिड में संयोजन, स्काडा एवं सायबर सुरक्षा प्रणाली, पी.एम.यू. डाटा का विश्लेषण एवं मध्यप्रदेश में विद्यमान रेग्युलेटरी के प्रावधानों के बारे में मुख्य अभियंता श्री एस.एस. पटेल ने आंध्रप्रदेश के अधिकारियों को विस्तार से बताया। मध्यप्रदेश पवार ट्रांसमिशन कंपनी ने आंध्रप्रदेश के अति उच्चदाब ट्रांसमिशन सिस्टम में उपयोग हो रहे केबल के संधारण में आ रही चुनौतियों के विषय में अनुभव प्राप्‍त किये।

वीडियों कॉफ्रेसिंग में एम.पी. ट्रांस्को की ओर से प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी, मुख्य अभियंता श्री आर.के. खण्डेलवाल और आंध्रप्रदेश की ओर से डायरेक्टर ग्रिड एवं ट्रांसमिशन श्री ए.के. व्ही. भास्कर एवं अन्य अधिकारी शामिल रहे।