आगरा । जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे श्रीकृष्ण की मूर्ति होने का दावा करते हुए कथा वाचक देवकी नंदन ने न्यायालय में याचिका प्रस्तुत की थी। मामले में न्यायालय ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर 31 मई को सभी पक्षों को अपना जवाब दखिल करने के लिए बुलाया था। बुधवार को न्यायालय ने संबंधित पक्षों को जवाब दाखिल करने के लिए 11 जुलाई तक समय दिया है।देवकी नंदन ने इस मामले में श्रीकृष्ण जन्मभूमि सेवा ट्रस्ट बनाया है। जिसकी ओर से 11 मई को दायर वाद में जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी, छोटी मस्जिद, दीवान ए खास, जहांआरा मस्जिद, आगरा किला, सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ उत्तर प्रदेश और श्रीकृष्ण सेवा संस्थान को नोटिस भेजा गया है।न्यायालय में ट्रस्ट ने प्रार्थना की है कि जहांआरा बेगम मस्जिद को वर्तमान में शाही मस्जिद, ईदगाह के नाम से जाना जाता है। उसकी सीढ़ियों के नीचे केशव देव का विग्रह दबा हुआ है। जामा मस्जिद आगरा किला के नजदीक और शाही मस्जिद ईदगाह मोहनपुरा में है। ट्रस्ट की लीगल टीम में शामिल वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद शुक्ला ने बताया कि विदेशी लेखक ने अपनी पुस्तक में जहांआरा की मस्जिद को ही शाही मस्जिद ईदगाह लिखा है।