गाजियाबाद। संभव कार्यक्रम के तहत आयोजित जनसुनवाई में मंगलवार को एक ठेकेदार ने जलकल विभाग के अधिकारियों पर 21 लाख रुपये हड़पने की साजिश का आरोप लगाया है।शक जताया है कि जो कार्य उनके द्वारा किया गया है, उसका भुगतान रकम की बंदरबाट करने के लिए किसी दूसरी फर्म को कर दिया गया है। इस मामले में जलकल विभाग के अधिकारी फंसते नजर आ रहे हैं। नगर आयुक्त ने जांच के लिए समिति गठित कर कार्रवाई का आश्वासन पीड़ित को दिया है।शिकायतकर्ता हरिओम त्यागी ने बताया कि छह साल पहले नगर निकाय चुनाव होने से पहले उनको टेंडर के माध्यम से नेहरू नगर में सीवर लाइन डालने के लिए 11 लाख और नो लाख रुपये के दो कार्य जलकल विभाग से मिले थे, उन्होंने कार्य पूरा करने के बाद भुगतान के लिए फाइल जलकल विभाग के अधिकारियों को दी, जिस वक्त कार्यादेश जारी किया गया था उस वक्त अवर अभियंता दूसरा था और जब कार्य पूरा हुआ तो अवर अभियंता दूसरा था।

आरोप है कि छह साल से जलकल विभाग के अधिकारी भुगतान को लेकर आश्वासन देते रहे, लेकिन भुगतान नहीं किया, बाद में फाइल ही गुम हो जाने की बात कहने लगे। उन्होंने मामले की शिकायत पूर्व नगर आयुक्त से की, इसके बाद जांच होने पर फाइल तो मिल गई, लेकिन अधिकारी उनके द्वारा कार्य किए जाने पर ही सवाल उठाने लगे।पीड़ित ने साक्ष्य के तौर पर तत्कालीन स्थानीय पार्षद द्वारा फर्म द्वारा किए गए कार्य की पुष्टि करता हुआ पत्र दिया गया, आरोप लगाया कि न तो उनका टेंडर रद करने का नोटिस दिया गया न ही कार्य रोकने का ही नोटिस दिया गया, जब कार्य उन्होंने पूरा करा दिया तो भुगतान के लिए छह साल से अधिकारी दौड़ा रहे हैं।