अमृत भारत योजना के तहत भव्य कार्यक्रम के बीच रविवार को बनारस, वाराणसी सिटी, बलिया व आजमगढ़ को सिटी सेंटर के रूप में विकसित कर ‘एयरपोर्ट लुक’ देने का काम शुरू हो गया।

प्रधानमंत्री ने दिल्ली से वर्चुअली 113 करोड़ की लागत से पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी तो विभिन्न स्टेशनों पर कार्यक्रम स्थल तालियों से गुंजायमान हो उठा। जनप्रतिनिधियों ने विकास का रोडमैप रखा तो रेल अफसरों ने इसके दूरगामी परिणाम बताए। इस दौरान अमृत भारत योजना पर आयोजित प्रतियोगिता के विजयी 24-24 प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।

53 करोड़ की लागत से किया जाएगा विस्तार

बनारस स्टेशन पर आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ने कहा कि दीर्घकालिक दृष्टिकोण से स्टेशन का विकास किया जा रहा है। बनारस स्टेशन पर 53 करोड़ रुपये से यात्री सुविधाओं में सुधार एवं विस्तार किया जाएगा। प्रथम प्रवेश द्वार को आकर्षक बनाते हुए सर्कुलेटिंग एरिया का सुधार होना है।

एप्रोच रोड का चौड़ीकरण, आधुनिक प्रसाधन केंद्रों का निर्माण एवं सर्विस बिल्डिंग में सुधार से लुक एयरपोर्ट का नजर आएगा। उधर, वाराणसी सिटी स्टेशन पर आयोजित समारोह को संबोधित करते राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्टांप, न्यायालय शुल्क एवं पंजीकरण रवींद्र जायसवाल ने कहा कि विकास का ऐसा रोडमैप बना है कि अपने-अपने शहर में रेलवे स्टेशन सिटी सेंटर के रूप में पहचान रखेंगे।

वाराणसी सिटी स्टेशन के विकास में 60 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। बनारस रेलवे स्टेशन पर डीआरएम अमित कुमार श्रीवास्तव और वाराणसी सिटी में इंजीनियर पन्ना लाल ने अमृत भारत योजना से होने वाले परिणाम के बारे में जानकारी देने के साथ बताया कि स्टेशन भवनों की डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगी।