मावठा गिरने के बाद सर्दी ने पकडा जोर
भोपाल । बीते दिनों गिरे मावठे के कारण पूरे प्रदेश में ठिठुरन बढने लगी है। प्रदेश के कई जिले कोहरे और धुंध के आगोश में समा गए। बादल छाए रहने के कारण कई शहरों मे सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं पर तो नर्मदापुरम, रीवा और सागर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर और भोपाल संभाग में अनेक स्थान पर वर्षा हुई। राजधानी भोपाल में अलसुबह कुछ इलाकों में करीब पौन घंटे तक पानी गिरा। वहीं, कई जिलों में कोहरा छाया हुआ है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि अगले दो से तीन दिन मौसम ऐसा ही बना रहेगा। आसमान खुलने पर तापमान में गिरावट आएगी, विशेषकर रात का तापमान तेजी से गिरेगा। जाहिर है कि ठंड के तेवर और तीखे होंगे। ग्वालियर में गुरुवार की रात प्रदेश में सबसे ठंडी रही। न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां बीते 24 घंटे में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। दिन में भी तापमान 15.6 डिग्री रहकर सामान्य से 5.6 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री कम रहा। दिन में भी सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। दतिया में 10.9 डिग्री, सागर में 11.7 डिग्री, शिवपुरी में 12.01 डिग्री और राजगढ़ में 12.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा। मौसम विभाग ने शनिवार सुबह तक 16 जिलों में वर्षा होने की चेतावनी जारी की है। भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, नर्मदापुरम, सागर, बैतूल, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अशोक नगर अनूपपुर में वर्षा का अनुमान जताया है। मौसम केंद्र के अनुसार, शुक्रवार को श्योपुर, ग्वालियर, दतिया, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर, राजगढ़, भोपाल, विदिशा, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में मध्यम से घना कोहरा रहा। शिवपुरी, उज्जैन, इंदौर, देवास, शाजापुर, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, नर्मदापुरम, रायसेन, गुना, नरसिंहपुर, जबलपुर, सिवनी, छतरपुर, दमोह, कटनी, पन्ना, सतना, उमरिया और शहडोल में हल्का मध्यम कोहरा देखा गया। ऐसी ही स्थिति शनिवार को भी बनी रहेगी। शुक्रवार को सुबह 8.30 से शाम को 5.30 बजे तक चार जिलों में वर्षा दर्ज की गई है। इसमें सागर में 0.6, सतना में 3.0, खजुराहो में 0.6 और नर्मदापुरम में 9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जबकि गुरुवार सुबह 8.30 से शुक्रवार 8.30 बजे तक 24 घंटों में भोपाल में 9.5, गुना में 2.0, नर्मदापुरम में 15.5, रायसेन 19, दमोह में 2.0, सागर में 8.0, सीधीमें 2.4 और सतना में 0.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। पिछले 10 साल में जनवरी माह में इस बार सबसे अधिक वर्षा भोपाल में दर्ज की गई है। वर्ष 2014, 2015 और 2016 के जनवरी माह में एक इंच से ज्यादा वर्षा पूरे महीने हुई। 2017, 2018 और 2019 में वर्षा नहीं हुई, जबकि 2020 एवं 2021 में 6.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। 2022 और 2023 में 25 से 37 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इस बार जनवरी में 10 मिली से ज्यादा वर्षा हो चुकी है। इसमें साढ़े नौ मिमी वर्षा गुरुवार शाम से शुक्रवार तक वर्षा दर्ज हुई है। इस हिसाब से वर्ष 2017 से 2021 की तुलना में इस बार सबसे ज्यादा वर्षा हुई है।