क्या आप भी खुद को फिट और सेहतमंद बनाए रखने के लिए जिम में जाकर पसीना बहाती हैं? अगर हां, तो आपने भी नोटिस किया होगा कि पुरुष जहां वेट ट्रेनिंग पर फोकस करते हैं, तो वहीं महिलाएं कार्डियो, योगा और जुंबा पर ज्यादा ध्यान देती हैं। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि वेट ट्रेनिंग महिलाओं की सेहत पर भी ढेर सारे पॉजिटिव असर डाल सकती है। महिलाओं के लिए भी वेट ट्रेनिंग काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है। 

वेट ट्रेनिंग के फायदे
वेट ट्रेनिंग की मदद से आप अपनी वेट लॉस जर्नी को काफी हद तक आसान बना सकते हैं। अगर आप मोटापे से छुटकारा पाना चाहती हैं तो वेट ट्रेनिंग करना शुरू कर दीजिए। वेट ट्रेनिंग शरीर में जमा जिद्दी चर्बी को तेजी से गलाने में असरदार साबित हो सकती है। इसके अलावा मसल्स को मजबूत बनाए रखने के लिए भी वेट ट्रेनिंग को अपने डेली रूटीन का हिस्सा बनाया जा सकता है। 

हार्मोन संतुलन के लिए प्रभावी उपाय
वेट ट्रेनिंग प्री-मेनोपॉजल महिलाओं के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके अलावा इस तरह की ट्रेनिंग आपके हार्मोन को नियंत्रित कर स्लीप क्वालिटी को काफी हद तक सुधार सकती है। वेट ट्रेनिंग करके आप अपने मूड को भी इम्प्रूव कर सकती हैं। अगर आप अपनी हड्डियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तो भी आपको वेट ट्रेनिंग की शुरुआत कर देनी चाहिए।

हार्ट हेल्थ के लिए वेट ट्रेनिंग
वेट ट्रेनिंग की मदद से आप अपनी हार्ट हेल्थ को काफी हद तक इम्प्रूव कर सकते हैं। अगर सही तरीके से वेट ट्रेनिंग की जाए, तो दिल से जुड़ी गंभीर और जानलेवा बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है। इसके अलावा वेट ट्रेनिंग कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में कारगर साबित हो सकती है। डायबिटीज को मैनेज करने में भी वेट ट्रेनिंग मददगार साबित हो सकती है।

सामान्य जानकारी और सुरक्षा उपाय
ध्यान रहे कि आपको एकदम से हैवी वेट लिफ्टिंग नहीं करनी है। आप लाइट वेट ट्रेनिंग से शुरू करते हुए मॉडरेट वेट लिफ्टिंग तक जा सकती हैं। ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले एक्सपर्ट से परामर्श अवश्य लें।