मप्र में फिर बढ़ा बाढ़ का खतरा... 6 जिले अभी भी रेड जोन में
भोपाल । मप्र में बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में बारिश के कारण बांध लबालब हो गए हैं। वहीं लगातार बारिश से कई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के छह जिले अभी भी रेड जोन में हैं। ये जिला हैं गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा और सीधी। यहां 23 प्रतिशत से 38 प्रतिशत तक कम बारिश हुई थी। रात में भोपाल में करीब 3 इंच बारिश हो गई। शुक्रवार दिन में भी करीब दो इंच बारिश हो गई। इससे भोपाल जिला रेड जोन से बाहर निकल आया है। हालांकि, अभी भी यहां सामान्य से 19 प्रतिशत बारिश कम हुई है। भोपाल में अब तक 29.83 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 36.72 इंच बारिश होनी चाहिए थी।
उधर, हरदा जिले के खिरकिया में शनिवार सुबह 5 घंटे में 8 इंच रिकॉर्ड बारिश हुई। इसके कई घरों में पानी भरा गया। खिरकिया के टेमलावाड़ी गांव में एक युवक नाला पार करते समय बाइक समेत बह गया। भोपाल में शनिवार सुबह 6 बजे से तेज बारिश हुई। इसके बाद से रुक-रुक कर पानी गिर रहा है। बड़ा तालाब का लेवल फुल होने पर शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 3 बजे भदभदा डैम के 2 गेट खोलना पड़े। नर्मदापुरम में भी दोपहर में तेज बारिश हुई। प्रदेश में बारिश के दो सिस्टम एक्टिव हैं। 24 घंटे में बैतूल, छतरपुर, शिवपुरी समेत 10 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्का पानी गिरा। कई नदी-नाले उफान पर आ गए। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले दो दिन और बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके बाद एक्टिविटी घटेगी। सितंबर के आखिरी सप्ताह तक हल्की बारिश होगी।
जिले के खिरकिया में शनिवार सुबह करीब पांच घंटे झमाझम बारिश हुई। तेज बारिश से सडक़ों पर पानी भर गया। वहीं नालियों के चौक होने से कई घरों में पानी भर गया। सुबह सात बजे से शुरू हुई बारिश लगभग 12 बजे तक जारी रही। उधर, खिरकिया तहसील के टेमलावाड़ी गांव का युवक विजय नायक नाला पार करते समय तेज बहाव में बह गया। वह तैरना जानता था। उसे ग्रामीणों की मदद से बचा लिया गया।
मंदसौर में तेज बारिश में कृषि मंडी में पानी भर गया। लहसुन शेड के नीचे पानी जमा हो गया। लहसुन के ढेर पानी में बहते हुए दिखे। कुटी गांव (मल्हारगढ़, मंदसौर) से उपज लेकर आए किसान श्यामबाबू धाकड़ ने बताया कि शेड में चारों तरफ से पानी आया। उन्हेल के किसान दिनेश धाकड़ ने बताया कि वे 7 क्विंटल लहसुन लेकर आए थे। उन्हें 30 से 35 हजार रुपए का नुकसान हुआ। एक किसान के तो पूरे 25 कट्टा लहसुन बह गया। पूरी मंडी में 25 लाख का नुकसान हुआ होगा।