वेयर हाउसों पर मनमानी: पहले गेहूं खरीदी में और अब मूंग खरीदी में भी धांधली

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान के विधानसभा क्षेेत्र बुधनी में जिस तरह से किसानों के साथ छल-कपट हो रहा है उससे साफ है कि यहां पर जिम्मेदारों की सांठ-गांठ कितनी तगड़ी है। दरअसल किसानों के साथ पहले कोठरा स्थित रूकमणी वेयर हाउस सहित अन्य तुलाई सेंटरों पर गेहूं खरीदी में गड़बड़ी की गई तो अब वेयर हाउसों पर मूंग खरीदी में भी मनमानी का आलम है। मूंग खरीदी केे जिम्मेदार एवं कंपनी के सर्वेयर किसानों से पांच-पांच हजार रूपए की रिश्वत तक मांग रहे हैं।
बुधनी विधानसभा क्षेत्र में किसानों के साथ सरकारी सिस्टम द्वारा जमकर लूटपाट की जा रही है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि इस वर्ष जब गेहूं खरीदी हो रही थी, तब चकल्दी सहकारी समिति एवं रूकमणी वेयर हाउस प्रबंधकों ने मिलकर किसानों से ज्यादा गेहूं लिया और उन्हें लाखों रूपए की चपत लगाई। मामला उजागर हुआ तोे वेयर हाउस एवं सहकारी समिति प्रबंधक की गलतियों को छुपाने एवं उन्हें बचाने के लिए उपर से नीचे तक जोर-आजमाईश लगाई गई। आखिरकार सिस्टम में दोषी उपर से नीचे तक सभी पाए जा रहे हैं औैर सब एक-दूसरे को बचाने मेें लगे हुए हैं। जबकि इस सिस्टम के आगे मेहनतकश किसान अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है।
सर्वेयर और अन्य जिम्मेदार मांग रहे हैं रिश्वत-
अब मूंग खरीदी में भी वेयर हाउसों पर मनमानी का आलम है। सर्वेयर एवं वेयर हाउस प्रबंधक सहित अन्य जिम्मेदार रिश्वत लेकर मूंग के मैसेेज भेज रहे हैं औैर उन्हें लेने तक के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। सर्वेयर किसानों की ट्रॉली पास करने के लिए 3 हजार से लेकर 5 हजार रूपए तक की मांग कर रहे हैं। ऐसे कई किसान हैं, जिन्होंने अपनी मूंग को तुलवाने के लिए सर्वेयरों एवं अन्य जिम्मेदारों को पैसे दिए औैर उसके बाद उनकी मूंग की तुलाई हो पाई। इधर एक और मामला इसी तरह का आया है। नसरूल्लागंज तहसील की ग्राम पंचायत हमीदगंज के किसान दीपक राठौर ने एसडीएम नसरूल्लागंज को एक शिकायत की है। इसमें उन्होंने बड़नगर स्थित दादाजी वेयरहाउस प्रबंधक एवं सर्वेयरों द्वारा पांच हजार रूपए की रिश्वत मांगने की बात कही है। दरअसल किसान दीपक राठौर के पास 12 एकड़ का खाता है औैर इसमेें उन्हें 40 क्विंटल मूंग देनी थी। जब उनका मैसेज आया तो उन्होंने मूंग का सैैंपल सर्वेयर को दिखाया। उस दौरान तोे सर्वेयर ने मूंग को बेेहतर बताकर लाने को कह दिया, लेकिन जब किसान दीपक राठौर अपनी उपज लेकर दादाजी वेयर हाउस पर पहुंचे तोे सर्वेयर सहित अन्य जिम्मेेदारों ने यह कहकर मूंग लेने से इनकार कर दिया कि वेयर हाउस फुल हो चुका है। यदि वह पांच हजार रूपए की रिश्वत दे तोे उसकी मूंग तुल सकती है, लेकिन किसान दीपक राठौर ने रिश्वत नहीं दी और मूंग लेकर घर चले गए। अब तक उनकी मूंग की उपज नहीं तुल सकी है, जबकि मूंग बेहतर क्वालिटी की है।