बाजार में लगातार दूसरे दिन भी गिरावट दिखी। सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर सेंसेक्स  18.91 (0.02%) अंक गिरकर 78,782.12 पर कारोबार करता दिखा। दूसरी ओर, निफ्टी 13.25  अंक फिसलकर 24,008.60 पर पहुंच गया।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर के फैसले से पहले विदेशी फंडों की निरंतर निकासी और निवेशकों की सतर्क धारणा के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में शेयर बाजारों में गिरावट आई।

शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 326.58 अंक गिरकर 78,455.66 पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 86.7 अंक गिरकर 23,908.65 पर आ गया। रुपया दो पैसे की गिरावट के साथ अपने अब तक के सबसे निचले स्तर 84.13 रुपये पर पहुंच गया।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से अदाणी पोर्ट्स, आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड और हिंदुस्तान यूनिलीवर में सबसे ज्यादा गिरावट रही। जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, मारुति और सन फार्मा लाभ में रहे।

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,329.79 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। एशियाई बाजारों में, टोकियो, शंघाई और हांगकांग में सकारात्मक रुख रहा, जबकि सियोल में गिरावट रही। सोमवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा होने के कारण वैश्विक स्तर पर निवेशक बाजार में अस्थिरता बढ़ने की आशंका जता रहे हैं..." वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत बढ़कर 75.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख विकास जैन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और इस सप्ताह के अंत में होने वाले अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णय से पहले निवेशक सतर्क बने हुए हैं।

सोमवार को बीएसई का बेंचमार्क सूचकांक 941.88 अंक या 1.18 प्रतिशत गिरकर 78,782.24 पर बंद हुआ, जो 6 अगस्त के बाद का सबसे निचला स्तर है। निफ्टी 309 अंक या 1.27 प्रतिशत गिरकर 23,995.35 पर बंद हुआ।