प्रयागराज । विश्व की प्रथम किन्नर भगवताचार्य महामंडलेश्वर हिमांगी सखी मां ने स्वयं के पट्टाभिषेक कार्यक्रम में कहा कि नारी सुरक्षा ही हमारी पहली प्राथमिकता है। नारी शक्ति के बिना कुछ संभव नहीं है। बुधवार को अरेैल स्थित परी अखाड़ा में पट्टाअभिषेक व सनातन हिन्दू जोड़ो यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें महामंडलेश्वर हिमांगी सखी मां का महंत त्रिकाल भांवता परी अखाड़ा अरेैल ने पट्टाअभिषेक कर जगद्गुरु की उपाधि दी।
इस मौके पर हिमांगी सखी ने कहा कि नारी की रक्षा के लिए सदैव काम करती रहेंगी। नारी की सुरक्षा और रक्षा के लिए संत महात्माओं को भी आगे आना होगा। क्योंकि नारी शक्ति के बिना इस पृथ्वी पर कुछ संभव नहीं है। मुझे जगद्गुरु की जो उपाधि दी गई है। मैं उसकी गरिमा को बनाए रखते हुए कार्य करूंगी। इसी क्रम में नैनी में नए पुल के नीचे स्थित परी अखाड़ा से हिंदू जोड़ो यात्रा निकाली गई, जो फूल मंडी होते हुए लेप्रसी चौराहे से नए पुल के रास्ते महाकुंभ क्षेत्र रवाना हुई। परी अखाड़ा की प्रमुख त्रिकाल भवंता ने इस मौके पर कहा कि पूरे विश्व, मानव समाज एवं सनातन धर्मियों को जोड़ने, धर्म की रक्षा के लिए जगतगुरू की उपाधि दी जा रही है। परी अखाड़ा समाज में सभी का कल्याण एवं नवनिर्माण करेगा। कार्यक्रम आयोजन श्याम प्रकाश द्विवेदी ने बताया की परी अखाड़ा यात्रा की शुरुआत कर सनातनी हिंदुओं को जोड़ने का काम करेगा।